शादीशुदा भाभी को ऑनलाइन पटा कर चोदा

भाभी बूब सेक्स कहानी में पढ़ें कि सोशल मीडिया पर मैं सेक्स के लिए भाभी खोजता रहता था. एक शादीशुदा लड़की से बात हुई. उसने मुझे मिलने बुलाया. फिर?

दोस्तो, कैसे हो आप सभी?
सभी को मेरा सलाम. मेरा नाम सलमान (बदला हुआ) है.

मेरी पिछली कहानी थी: दो आंटियों को चुदाई और औलाद का सुख दिया

अन्तर्वासना सेक्स कहानी का मैं नियमित पाठक हूं और बहुत ही ठरकी किस्म का इन्सान हूं. मुझे हमेशा चुदाई करने की तलब लगी रहती है.

मैं 28 साल का हूं और राजस्थान के जोधपुर में रह रहा हूं और वहां जॉब करता हूं. मैंने किराये पर रूम ले रखा है और वहां पर 6 साल से अकेला रहता हूं.

मेरा लंड 6.4 इंच लम्बा 2.2 इंच मोटा है. मेरी हाईट 5.8 इंच है और शरीर मध्यम दर्जे का है.
कहने का मतलब कि ना तो मैं ज्यादा तगड़ा हूं और न ही ज्यादा पतला. 68 किलो मेरा वजन है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं.

मुझे सेक्स वीडियो देखना, सेक्स चैट करना और सेक्स वीडियो कॉल करना बहुत पसंद है.
खाली समय में मैं यही करता हूं. मैं सोशल मीडिया पर भी बहुत समय देता हूं इसलिए भाभियों और आंटियों को पटाने की कोशिश करता रहता हूं.

एक सोशल मीडिया साइट पर एक भाभी मुझसे सेट हो गयी. वही भाभी बूब सेक्स कहानी आज आपके लिए रख रहा हूं.
जैसा कि मैंने आपको बताया था कि मैं सेक्स में ज्यादा रूचि रखता हूं तो मुझे गर्लफ्रेंड बनाने में कोई रुचि नहीं रहती है.

मैं केवल ऐसी लड़कियों, औरतों या भाभियों से बात करना पसंद करता हूं जो जल्दी से जल्दी अपना प्यार मुझे दें.

मुझे लम्बे समय तक एक के साथ रहना अच्छा नहीं लगता है. मगर एक भाभी ने मेरी सोच बदल दी.

एक बार ऐसे ही एक प्रोफाइल मैंने इंस्टाग्राम पर देखी. उसमें एनी नाम लिखा हुआ था. मैंने उसको मैसेज किया तो उसने दो तीन दिन तक कोई जवाब नहीं दिया.
मैंने सोचा कि ये फेक बनाई हुई है.

फिर तीन दिन बाद उसका रिप्लाई आना शुरू हुआ. उसने मेरे बारे में सब कुछ पूछा और हमारी बातें होने लगीं.
उसने मेरी फोटो देखीं और फिर मैंने उससे फोटो मांगी.

दोस्तो, वो देखने में थोड़ी मोटी सी लग रही थी लेकिन उसकी चूचियां और उसकी चमड़ी का रंग बहुत आकर्षित कर रहा था. वो एकदम से गोरी थी और भारी भारी चूचियां थीं उसकी.

शुरू में तो वो थोड़ी असहज थी लेकिन फिर जैसे जैसे दिन बीतते गये तो वो खुलने लगी. उसे मुझ पर भरोसा होने लगा.

वो मुझसे चार साल बड़ी थी और 32 की हो चुकी थी. वो शादीशुदा थी और उसका पति मेडीकल क्षेत्र की कंपनी में काम करता था.
खुद वह बैंक की जॉब की तैयारी कर रही थी. उसके पति का फोटो देखा तो वो बहुत खराब दिखता था.

उसका पति काले रंग का आदमी था और उसके चेहरे पर काफी सारे निशान व छाइयां भी थीं.
एनी को एक डेढ़ साल की बेटी थी जो उसी पर गयी थी.

वो जमशेदपुर में रहती थी. हम दोनों के शहर की दूरी बहुत ज्यादा थी. वो अपने पति की सारी बातें मुझे बताती थी.
अब हम दोनों काफी घुल मिल गये थे. उससे रोज वीडियो कॉल होती थी.

उसके पति की शिफ्ट बदलती रहती थी. पांच रोज वो दिन में जॉब करता था और पांच रोज नाइट में करता था. 2 दिन उसकी छुट्टी होती थी. महीने में 3 बार उसको बाहर जाना पड़ता था.

जब उसके पति की नाइट शिफ्ट होती थी तो वो देर रात वीडियो कॉल करती थी.
ऐसे ही एक बार मैंने उससे पूछ लिया- तुमने ऐसे आदमी से शादी क्यों की?

वो बोली- हमारी लव मैरिज हुई थी. मुझे इससे प्यार हो गया था लेकिन शादी के बाद वैसा कुछ नहीं रहा और अब मैं इसको बिल्कुल पसंद नहीं करती हूं.

उसके बाद हम दोनों फोन पर ही सेक्स चैट करने लगे और एक दूसरे को नंगी फोटो भेजा करते थे.
ऐसे ही करके ऐनी मेरे सारे कपड़े उतरवा देती थी.

जब उसने पहली बार मेरा लंड देखा तो उसकी आंखों में चमक आ गयी थी.
मैं जान गया कि इसको मोटा दमदार लंड अच्छा लगता है और उसकी कमी है शायद इसके जीवन में।

मैंने उसके पति का साइज़ पूछा तो उसने बताया कि आपके लंड से करीब 2 इंच छोटा है उनका.
मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं खुश हो गया.
मतलब साफ था कि ऐनी आराम से चुदाई करवाने के लिए तैयार हो जाती.

ऐनी के चूचे भी बहुत बड़े थे. इतने बड़े थे कि एक हाथ में एक बूब्स नहीं आ सकता था. उसके निप्पल लाल रंग के थे. लगता था जैसे बोबे नहीं दूध की डेयरी हो.

गांड तो उसकी ऐसी थी कि देखने वाले के लंड से अंडरवियर में ही वीर्य निकल जाये.

रात में तो हम दोनों सेक्स वीडियो कॉल पर खूब मजा ले रहे थे. हम दोनों एक दूसरे को अपने अंगों का प्रदर्शन कर रहे थे.
वो उंगली करके संतुष्ट होती थी और मैं उसके सामने मुठ मारकर खुद को संतुष्ट करता था.

मगर सेक्स वीडियो कॉल भी कुछ समय तक ही अच्छी लगती है. 20-25 दिन ऐसा करने के बाद अब तड़प ज्यादा बढ़ चुकी थी. उसकी भी और मेरी भी.

तो हमने मिलने का प्लान बनाया.
उसके पति आउट ऑफ सिटी जाने वाले थे. उसने मुझे जमशेदपुर आने के लिए कहा.
चूंकि दूरी काफी थी तो मुझे एक दिन पहले ही चलने के लिए कहा.

डेढ़ दिन के बाद मैं जमशेदपुर पहुंच गया. वो स्टेशन पर मुझे लेने भी आई.

हम घर चले गए. मैं घर जाकर फ्रेश हुआ और फिर हम दोनों खाना खाने बाहर ही चले गये.

उसके बाद हम वापस आये और मैं कुछ देर उसकी बच्ची के साथ खेला.
उसकी बेटी बहुत क्यूट थी बिल्कुल उसके जैसी ही.

मगर अब दोनों को बेचैनी हो रही थी.
जो काम मैं करने आया था उसके इंतजार में वो भी थी और मैं भी.

उसने अपनी बेटी को मोबाइल में कार्टून लगाकर दे दिये. फिर हम दूसरे रूम में चले गये.

उसका घर बहुत आलीशान था. काफी पैसे वाले लोग थे.

रूम में जाकर हमने चूमा चाटी स्टार्ट की और इस तरह से चूमा चाटी करने लगे मानो फिर कभी मिलेंगे ही नहीं.

मैं उसके चेहरे और गर्दन को ऐसा चूस रहा था मानो बूब्स को चूस रहा हूं.
कभी खाने की तरह करता तो उसकी सिसकारियां निकल जातीं.

और वो मेरी गर्दन और चेहरे को खूब चूम रही थी. कभी काट रही थी और कभी चूस रही थी.
इस तरह करीब 15-20 मिनट तक हमने किस किया और एक दूसरे को चूसा और चाटा. अब कपड़े उतारने का समय था.

धीरे धीरे करके मैंने उसका कुर्ता उतारा और कमर पर, पेट पर, ब्रा के ऊपर से ही बूब्स पर चूमने लगा.
वो बेचैन हो गई थी.

ऐसे करते हुए कब मेरा हाथ उसकी लैगी से होता हुआ उसकी चूत पर पहुंच गया पता ही नहीं चला.

मैं अपने एक हाथ से उसके बूब्स मसलता तो कभी कमर, पेट पर हाथ फेरता.
अब उसका हाथ मेरी पैंट के ऊपर से ही लिंग पर आ गया और वो मेरे लंड को दबाने और सहलाने लगी.

हाथ का स्पर्श मिलते ही मेरा लिंग फनफना उठा.
जो रोमांस चल रहा था उस पर से मेरा ध्यान हट गया लेकिन तब तक उसकी लैगी गीली हो चुकी थी.
मैं भी फुल जोश में था.

मैंने सोचा कि काश ये आज सेक्स करने से पहले ही मुझे झड़वा दे तो अच्छा रहे क्योंकि मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था.
लेकिन उसका लिंग पर स्पर्श मुझे पागल कर रहा था.

मुझे लग रहा था कि मैं ज्यादा देर नहीं रोक पाऊंगा.
मैंने थोड़ा कंट्रोल किया लेकिन लिंग मानने को तैयार नहीं था.

अब मैंने उसकी ब्रा खोल दी और उसके दोनों बूब्स को आजाद कर दिया.
बूब्स देखते ही मेरा दिमाग खराब हो गया. ऐसे बूब्स तो सिर्फ मैंने पहले पोर्न वेबसाइट्स पर ही देखे थे.

भाभी बूब इतने बड़े थे यार … कि बाहर निकलते ही पपीते की तरह लटक गए.
एक एक भाभी बूब 2-3 किलो का होगा. एक क्या … दोनों हाथ में भी बराबर से नहीं आ रहा था एक बोबा.

मेरा ध्यान भटक गया और उनको जोर जोर से मसलने लग गया.
उसकी सिसकारियां तेज़ हो गईं.

अब वो खड़े रहने के लायक नहीं रही तो मुझे पकड़ कर बेड पर गिर पड़ी.

मैं तो भाभी बूब में ही पागल हो गया था. मैं उनको जोर जोर से मसल रहा था.

अब उसका हाथ फिर से मेरी पैन्ट पर आ गया और वो हाथ को पैंट के अंदर डालने लगी.
मैंने अपने पेट को अंदर सिकोड़ा और उसके हाथ के जाने की जगह बनाई.

वो धीरे धीरे अपने हाथ से लिंग को स्पर्श करने लगी. मेरे मुंह से भी सी … सी… की आवाजें निकलने लगीं.
हम दोनों सेक्स में जैसे चूर हो गये थे.

अब मेरा धैर्य जवाब दे रहा था.
मैंने उसकी लेगी उतारी और उसने मेरे सारे कपड़े खोल दिए.
अब हम पूरी तरह नंगे थे.

मैं अब और ज्यादा रोमांस करने के मूड में नहीं था. मेरे लंड का बुरा हाल था और अब रिस्क लेना ठीक नहीं था.

देर ना करते हुए मैं उसके ऊपर चढ़ गया. मैंने उसकी चूत को हाथ से रगड़ा और एक दो बार जीभ से चाटा और उंगली से भी चोदा.

वो लंड डालने के लिए कहने लगी.
मैंने उसकी चूत पर लंड को रखा और घुसाने लगा.

पहली बार में थोड़ी कोशिश करनी पड़ी अंदर डालने के लिए क्योंकि उसके पति का लिंग थोड़ा छोटा था मुझसे.

उसकी बेटी भी उसको ऑपरेशन से हुई थी इसलिए चूत टाइट ही थी. तो कोशिश के साथ ही मेरे लंड का टोपा उसकी चूत में घुस गया. उसकी सिसकारी निकल गयी.

लंड उसकी चूत के अंदर घुसते ही मेरे अंदर भी आनंद की लहर दौड़ पड़ी. उसकी गर्म चूत में मेरा तपता लौड़ा जाकर पागल हो गया.
इतना आनंद संभालना काफी मुश्किल होता है.

मैंने एकदम से स्पीड पकड़ ली और उसकी चूत में लंड को अंदर बाहर करते हुए उसको चोदने लगा.
मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. उसका शरीर कंपन कर रहा था और उसके मुंह से मस्त सिसकारें निकल रही थीं.

वो सिसकारते हुए कह रही थी- आह्ह … आराम से बेबी … आह्ह … ओह्ह … धीरे से करो यार … मार डालोगे … आह्ह ऊईई … ओह्ह गॉड … आह्हा।

उत्तेजना में दोनों के ही सेक्स अंग खूब पानी छोड़ रहे थे. रूम में पक … पक .. फच … फच … की आवाज गूंजने लगी थी.
दो तीन मिनट हुए थे चोदते हुए कि उसकी बेटी रोने लगी.

मैं चूत में से लंड को खींचते हुए उठने की कोशिश करने लगा तो उसने मुझे उठने नहीं दिया और मुझे कस कर पकड़ लिया.
वो नीचे ही नीचे खुद ही अपनी चूत के झटके लंड पर देने लगी.

फिर मैंने भी उसका साथ दिया और उसको फिर से चोदने लगा.
शायद वो अपनी चूत में मिल रहे लंड के आनंद को बीच में अधूरा नहीं छोड़ना चाह रही थी.

एक ही पोजीशन में हम चुदाई करने लगे.

मेरी स्पीड हर एक झटके के साथ तेज हो रही थी और उसकी सिसकारियां भी- ओह बेबी प्लीज़ … प्लीज़ बेबी … फक … आह्ह … जोर से … ओह्ह … आह्ह … ओओई मां … आह्ह … चोदते रहो.

मेरा भी रुकने का मन नहीं कर रहा था और दिल कर रहा था कि चूत को चोद चोद कर फाड़ डालूं.

अब वो मुझे पूरी ताकत लगाकर पकड़ चुकी थी. मेरी स्पीड भी अपने चरम पर थी.

इतने में ही उसकी सिसकारी फूटी और उसकी चूत का पानी निकल गया.
वो निढाल हो गयी.
अब उसकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं हो रही थी.

मैं उसी रफ्तार से उसको चोदे जा रहा था.
रूम में अब सिर्फ फच फ़च … की आवाजें ही बची थीं. उसके झड़ने के 7-8 झटकों बाद मेरी भी आवाज निकलने लगी- ओह डार्लिंग … ओह्ह … ऊह्ह … के साथ मेरा भी वीर्य स्खलित हो गया.

ऐसे ही अंदर लिंग डाले हुए मैं उसके ऊपर निढाल होकर पड़ा रहा.
फिर वो मेरे सिर को चूमने लगी और मुझे कस कर पकड़े रही.
हम दोनों पड़े रहे और फिर शांत ही लेटे रहे.

ये राउंड 7-8 मिनट चला होगा लेकिन जैसे जिन्दगी का पूरा मजा मिल गया इन चंद मिनटों में।

अब मैं उठने लगा तो उसने उठने से मना किया और जकड़े रखा मुझे.
वो बोली- क्या हुआ … मजा नहीं आया क्या? बार बार भाग रहे हो?

मैंने कहा- आपकी बेटी बाहर रोकर चुप हो गयी है, उसको भी देख आओ एक बार!
उसने एकदम से माथे पर हाथ मारा और कहा- अरे … मैं तो भूल ही गयी.

अब उसने कपड़े पहने और मैंने भी कपड़े डाल लिये.
फिर हम बाहर आ गये.

लड़की के पास जाकर देख तो वो मोबाइल लिए खेल रही थी.
फिर हम दोनों वॉशरूम में जाकर फ्रेश हुए और वहीं फिर से नया राउंड स्टार्ट किया.
उसको वॉशरूम में ही मैंने अलग अलग पोजीशन में चोदा.

मैंने वहां बहुत मजा किया. मैं वहां 2 दिन एक रात रुका और इस बीच हमारे बीच में बहुत बार सेक्स हुआ.
फिर मैं उसके पति के आने से पहले ही वहां से निकाल गया और जोधपुर आ गया.

आने के बाद फिर से हमारी चैट और वीडियो चैट होने लगी. फिर महीने भर में वो भी समय निकाल कर मुझसे मिलने जोधपुर आ गई.
जोधपुर में भी हमने बहुत बार सेक्स किया.

मैंने उसको पूरा जोधपुर घुमाया. वो दिन रुकी और फिर चली गयी.
उसके बाद फोन पर ही बातें होती रहीं.

वो मेरे साथ इतनी सुखी हो गयी थी कि उसने अपने पति को छोड़कर मुझसे शादी करने का फैसला कर लिया था.
मगर मैं मजबूर था और मेरी सगाई पहले ही हो चुकी थी. जल्दी ही मेरी शादी भी होने वाली थी.

वो मुझ पर जान छिड़कती थी.
कुछ दिनों बाद शादी होने वाली थी और मैंने उसको इस बारे में नहीं बताया.

उसको बिना बताये मैंने अपना इंस्टाग्राम का अकाउंट डिलीट कर दिया.
मैंने अपना फोन नम्बर भी बदल लिया.

मैंने सोचा कि शादी से निपटने के बाद उसको दोबारा कॉन्टेक्ट करूंगा.
फिर मेरी शादी हो गयी.

दो महीने तक मैंने उससे कोई बात नहीं की. जब मैंने उसको खोजा तो वो सोशल मीडिया पर नहीं थी.
न उसका नम्बर लगा और न ही उसकी प्रोफाइल मुझे मिली.

मुझे बहुत निराशा हुई और अफसोस भी. शायद वो मुझे धोखेबाज समझ कर चली गयी थी.
इसलिए मैं इस बात को लेकर बहुत दुखी हुआ. वो मेरे लिए बहुत स्पेशल थी.

आज भी मैं उसको याद करता हूं. उसके साथ हुए सेक्स को सोचकर मुठ मारता हूं. मगर ये सब अब सिर्फ मैं ख्यालों में कर सकता हूं. रियल में नहीं.

तो दोस्तो, ये थी मेरी रियल लाइफ स्टोरी. आपको कैसी लगी मुझे बताना जरूर.
दिल से कहानी लिखी है क्योंकि सेक्स भी दिल से ही किया था. कई बार लेकिन मजबूरी में हम अच्छे इन्सानों को खो देते हैं.

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