ताई की चुदाई कहानी में पढ़ें कि एक दिन मैं ताऊजी के साथ उनके कमरे में सो गया. उस दिन मैंने नंगी तायी जी को ताऊ के लंड की सवारी करते देखा. उसके बाद …
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और आप लोगों के सामने अपनी सच्ची ताई की चुदाई कहानी प्रस्तुत कर रहा हूँ. अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.
ये घटना 2019 मार्च में हुई थी.
मैं राँची का रहने वाला हूँ और अभी मेरी उम्र 25 साल की है. मेरा लंड 6 इंच का है.
इस कहानी की मुख्य नायिका हैं मेरी बड़ी मम्मी मतलब तायी जी, जो लगभग 48 साल की है और उनका फिगर साइज़ 36-30-40 का है. अब आप लोग स्वयं अंदाजा लगा लें कि वो कितनी सेक्सी माल दिखती होंगी.
मार्च 2019 में मेरे मॉम डैड की मैरिज एनिवर्सरी थी. काफी सारे मेहमान आए हुए थे. मेरी बड़ी मम्मी और बड़े पापा (ताऊ जी) भी आए थे.
मैंने उन्हें उनका रूम दिखाया और बाहर चला गया. उनके रूम में बाथरूम अटॅच्ड था.
वो लोग शाम में तैयार होकर आए. कसम से मेरी बड़ी मम्मी बहुत सेक्सी लग रही थीं. स्टेज पर मैं उन्हीं के बगल में खड़ा था और मेरे लंड ने सलामी देना शुरू कर दिया था.
मेरा मन कर रहा था कि उन्हें वहीं पकड़ कर चोदना शुरू कर दूं, पर मैंने खुद को काबू में रखा.
जब पार्टी खत्म हुई, तो मैंने सबसे पहले बाथरूम में जाकर मुठ मारी.
आज मुझे मुठ मार कर इतना मजा आया कि क्या बताऊं … आज से पहले मुझे इतना मजा कभी नहीं आया था.
मैंने सोचा कि साला बड़ी मम्मी के नाम से मुठ मारने में जब इतना मजा आया है तो उन्हें चोदने में कितना मजा आएगा.
इस वक्त मेरा मूड इतना मस्त हो गया था कि लौड़े से हाथ हटाने का मन ही नहीं कर रहा था, बस ऐसा लग रहा था कि काश ये पल यहीं रुक जाए.
खैर … मैं मुठ मारकर छत पर चला गया और उधर एक सिगरेट फूंकते हुए फिर से अपनी बड़ी मम्मी की उठी हुई चूचियों और बड़ी सी थिरकती हुई गांड को याद करते हुए मस्त होने लगा.
रात हो गई थी, बड़ी मम्मी और बड़े पापा अपने कमरे में जाकर सो गए.
मैं भी कुछ देर बाद मैं अपने कमरे के बिस्तर में घुस गया और सो गया.
उसके बाद अगले दिन भी काम था, तो मैंने घर पर फैला हुआ सारा काम किया और दोपहर में कुछ फ्री हुआ.
चूंकि थकान काफी हो गई थी तो मैं बड़ी मम्मी वाले रूम में जा कर बिस्तर पर लेट गया.
उस समय मैं अपने बड़े पापा के साथ लेटे हुए ही बात कर रहा था.
बड़ी मम्मी बाहर गई थीं.
बड़े पापा से बात करते करते मुझे नींद आ गई और मैं वहीं गहरी नींद में सो गया.
मेरी नींद तब खुली, जब बड़ी मम्मी वापस आईं. मैं उन्हें कमरे में आता हुआ देख लिया था, पर मैं आंख बंद किए पड़ा रहा.
बड़ी मम्मी बाथरूम में घुस गईं. बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आने लगी.
मेरा लंड खड़ा होने लगा. मैं सोचने लगा कि बड़ी मम्मी नंगी कैसे नहा रही होंगी.
मैंने एक बार को तो सोचा कि बाथरूम की किसी झिरी में से बड़ी मम्मी को नंगी देखने की जुगाड़ करूं, मगर बाजू में ताऊ जी लेटे थे इसलिए चुपचाप लेटा रहा.
तभी पानी गिरने की आवाज बंद हो गई तो मैं समझ गया कि अब नहाना हो चुका है.
थोड़ी देर बाद वो बाथरूम से नहा कर बाहर निकलीं. मैंने हल्के आंख खोले उन्हें देखता रहा.
मैंने देखा कि बड़े पापा बगल में बैठे हैं और बड़ी मम्मी उनके सामने नंगी होकर ब्रा पहन रही थीं.
शायद उन्हें लगा होगा कि मैं गहरी नींद में हूँ इसलिए बड़ी मम्मी जी बिंदास होकर अपनी चुत और चूचियां दिखा रही थीं.
कसम से उनकी चुत देख कर मेरे लंड ने सलामी देना शुरू कर दिया.
बड़े पापा ने उन्हें आंख से इशारा किया कि मैं बगल में हूँ.
तो इस पर बड़ी मम्मी ने बोला कि वो बहुत गहरी नींद में है.
तभी बड़े पापा उठ कर उनके पास गए और उन्हें अपनी बांहों में भरने लगे.
मतलब उन दोनों की कामलीला चालू हो गई.
तभी बड़ी मम्मी ने बड़े पापा को बिस्तर पर लेटने का इशारा किया.
वो सीधे लेट गए. बड़ी मम्मी जी खुद उनके मुँह पर बैठ गईं और अपनी चुत चटवाने लगीं.
गजब का नजारा था.
खुले भीगे बाल और ब्रा में कसी हुई मस्त चूचियां. बड़ी मम्मी जी अपनी चुत चटवा रही थीं.
बड़े पापा का तो पता नहीं, पर मेरा लंड अब फटने को आ गया था. मैंने कैसे और कितनी मुश्किल से कंट्रोल किया, ये मैं ही जानता हूँ.
उसके बाद बड़ी मम्मी बगल में लेट गईं और बड़े पापा उनकी चुचियां किसी बच्चे के जैसे चूसने लगे.
इतने बड़े बड़े चुचे देख कर मेरे मुँह में भी पानी आ गया था. बड़े पापा एक चुची चूस रहे थे और एक को हाथ से दबा रहे थे.
उसके बाद मेरी बड़ी मम्मी ने बड़े पापा का पैंट खोलना शुरू किया. अंडरवियर खींचते ही ताऊ जी का लंड बाहर आ गया और बड़ी मम्मी जी के मुँह में जा लगा.
बड़ी मम्मी ने लंड को पकड़ा और थोड़ा सा हिलाते हुए बोलीं- वाह … ये तो आज बड़ा जवान दिख रहा है.
बड़े पापा- हां मेरी जान, तेरी चुत का पानी जो मिलता है इसे!
उसके बाद लंड चूसना शुरू हुआ. बड़ी मम्मी लंड को चूस रही थीं और इधर मेरी हालत खराब हो रही थी.
दस मिनट तक लंड चूसने के बाद उन्होंने बोला- इससे पहले ये उठ जाए, जल्दी से चोद दो.
इस पर बड़े पापा ने बड़ी मम्मी को नीचे लेटाया और उनकी चुत में लंड घुसेड़ कर उन्हें चोदना शुरू कर दिया.
लंड अन्दर घुसते ही मम्मी ने आह की आवाज निकाली और उसके बाद धकापेल चुदाई शुरू हो गई.
इस उम्र में भी उन दोनों का जोश देखते बन रहा रहा था. दोनों एक दूसरे को किस करते हुए चुदाई कर रहे थे.
कुछ देर बाद बड़े पापा ने पोजीशन चेंज करने को कहा. इस बार बड़ी मम्मी ऊपर आ गईं और लंड की सवारी करने लगीं. मैं उन दोनों के बगल में कुछ ही इंच की दूरी पर लेटा हुआ था.
मैं तो पहले से जगा हुआ सब देख रहा था, अचानक मेरी नजर बड़ी मम्मी पर गई और उन्होंने मुझे जगा हुआ देख लिया.
अब ऐसा था कि वो मुझे देख कर चुत चुदवा रही थीं.
बड़े पापा ने उनके दोनों चुचे दबा रखे थे और नीचे से गांड उठा जार उन्हें दबादब चोद रहे थे.
वो समझ गई थीं कि मैं जगा हुआ हूँ … पर इसके बावजूद वो नहीं रुकी और अपनी चुत चुदवाना जारी रखा.
अचानक से उन दोनों ने चुदाई की स्पीड तेज कर दी और बड़ी मम्मी ने बड़े पापा को किस करना शुरू कर दिया.
फिर वो जोर से चिल्लाते हुए झड़ गईं.
झड़ने के साथ ही बड़ी मम्मी से मुझे फिर से देखने लगीं.
कुछ देर बाद बड़े पापा भी उनकी चुत में ही झड़ गए और लंबी लंबी सांसें लेने लगे.
बड़ी मम्मी और मैं अभी भी एक दूसरे को देख रहे थे.
वो मुझे देख कर स्माइल कर रही थीं.
उनके चेहरे पर संतुष्टि थी पर मेरा लंड फटने को था.
कुछ देर बाद उन दोनों ने कपड़े पहने और ताऊ जी ने मुझे जगाया. मैं नींद में होने का नाटक करने लगा.
वो मुझसे बोले- अच्छा ठीक है तू थका हुआ है, कुछ देर और सो ले.
बस ये बोलकर ताऊ जी कमरे से बाहर चले गए.
उनके पीछे बड़ी मम्मी भी चली गईं.
मैंने रूम लॉक किया और एक मस्त वाला पॉर्न देखा. बड़ी मम्मी की चूत को याद करते हुए मैंने मुठ मारी, तब जाकर मुझे कुछ राहत मिली.
उस शाम बड़े पापा और उनके कुछ पुराने दोस्त घर पर आ गए.
उन्होंने ड्रिंक का प्रोग्राम बनाया हुआ था. बड़ी मम्मी ने उनके लिए सारा इंतजाम बाहर लॉन में किया हुआ था.
ताऊ जी की दारू पार्टी चालू हो गई. उधर वो पीने में लगे थे इधर मैं कमरे में लेटा हुआ लंड सहला रहा था.
तभी मेरे दरवाजे पर आहट हुई. मैं देखने लगा, तो बड़ी मम्मी कमरे में आ रही थीं.
मैंने झट से अपने लौड़े से हाथ हटाया और उठने लगा.
तभी बड़ी मम्मी जी मेरे बिस्तर पर बैठ गईं और कहने लगीं- अरे लेटा रह. मैं तो अभी चली जाऊंगी.
ये कहते हुए बड़ी मम्मी जी मेरे सीने पर अपना था रखते हुए मुझे वापस लेटने के लिए एक दबाव दे दिया.
मैं उनकी तरफ देखने लगा. मेरा लंड खड़ा था. उनके ब्लाउज का गहरा गला मुझे कामुक बना रहा था मेरी नजरें उनकी भरी हुई चूचियों पर ही टिकी थीं.
बड़ी मम्मी ने एक अंगड़ाई ली और मुस्कुरा कर बोलीं- कैसी लगी थी मैं?
मैं उनकी आंखों में छाई हुई वासना को साफ़ देख रहा था.
जब मैं चुप रहा तो मेरी छाती को अपने हाथ से सहलाते हुए बोलीं- चुप क्यों है … बोल न मेरा परफोर्मेंस कैसा लगा था?
मैं अभी मूक था और मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि मामला क्या है.
तभी एक अप्रत्याशित घटना हुई और बड़ी मम्मी का हाथ मेरे खड़े लंड पर चला गया.
मेरे लोअर में मेरा लंड एकदम से कड़क था.
बड़ी मम्मी ने मेरे लंड को मसलते हुए मादक आवाज में कहा- चल उठ … आज तुझे भी जन्नत की सैर कराती हूँ.
मेरी झक्की खुल गई.
तभी बड़ी मम्मी जी उठ कर गईं और दरवाजा बंद करने लगीं.
मैं अब भी लेटा रहा मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं.
बड़ी मम्मी ने दरवाजा बंद करके मेरी तरफ देखा और बोलीं- अभी आधा घंटा है मजा ले ले … फिर रात को बाकी का मजा करेंगे.
ये कहते हुए बड़ी मम्मी ने अपनी साड़ी उतार दी और ब्लाउज के बटन खोल दिए.
उन्होंने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी जिस वजह से उनकी बड़ी बड़ी चूचियां मेरे सामने नंगी हो गई थीं.
अब मेरी तन्द्रा जागी और मैं बिस्तर पर बैठ गया.
इसके बाद बड़ी मम्मी मेरे पास आई और उन्होंने मेरे पैरों की तरफ से मेरे लोअर को पकड़ कर खींचा, तो मेरा लोअर निकल गया और साथ में थोड़ा सा मेरा अंडरवियर भी सरक गया.
बड़ी मम्मी ने किसी रंडी की तरह अपने पेटीकोट को ऊपर किया और बिस्तर पर चढ़ कर मेरे ऊपर आ गईं.
मैं कुछ समझ पाता कि बड़ी मम्मी जी मेरे अंडरवियर की इलास्टिक में हाथ फंसाया और मय लोअर में मेरे निचले हिस्से को नंगा कर दिया.
अगले कुछ ही पलों में बड़ी मम्मी जी के मुँह में मेरा लंड चुस रहा था.
मेरी तो आंखें बंद हो गई थीं और मेरे एक हाथ में बड़ी मम्मी का एक दूध दबा हुआ था, जिसे मैं मजे से भींचे जा रहा था.
बड़ी मम्मी की आह ओह की कामुक आवाजें मुझे उत्तेजित कर रही थीं.
फिर बड़ी मम्मी जी ने अपने पेटीकोट को जांघों तक समेटा और मेरे लंड पर बैठने लगीं.
मैं समझ गया कि बड़ी मम्मी जी आज मुझसे चुदने के लिए ही मूड बना कर आई थीं इसलिए उन्होंने ब्रा पैंटी नहीं पहनी थी.
कुछ ही पलों बाद मेरा मोटा कड़क लंड बड़ी मम्मी जी की चुत में घुस गया. उनकी एक लम्बी सी सीत्कार निकल गई- आह मर गई रे कितना हार्ड लंड है तेरा … आह मजा आ गया. सच में दोपहर से ही मेरी चुत में तेरे लंड के लिए आग लगी थी.
मैं बड़ी मम्मी जी की कमर पकड़ी और ताबड़तोड़ ताई की चुदाई चालू हो गई.
बीस मिनट की धकापेल चुदाई में बड़ी मम्मी को मैंने दो बार झड़ने पर मजबूर किया.
चुदाई के बाद बड़ी मम्मी ने मेरे ऊपर से उठ कर अपने कपड़े पहने और आंख मारती हुई चली गईं.
वो जाती हुई बोलीं- रात को दरवाजा खुला रखना, दोबारा मजा देने आऊंगी.
मैं सिगरेट जला कर ताई की चुदाई याद लगा.